नोटबंदी की मारी भांजी बिचारी..मामा के राज में पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हुई...

 नोटबंदी की मारी भांजी बिचारी..मामा के राज में पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हुई...वजह जानेंगे तो रह जाएंगे हैरान
मुलताई। (अक्षय सोनी/ राकेश अग्रवाल की ताजा रिपोर्ट)
नोटबंदी को भले ही 10 माह हो गए हों लेकिन इसका असर अभी भी देखने को मिल रहा है। ताजा मामले में नोटबन्दी का शिकार मध्यप्रदेश में Cm शिवराजसिंह चौहान की ग्रामीण क्षेत्र की एक भांजी हुई है। जो नोटबन्दी के कारण पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो गई है। पूरा मामला ये है की मुलताई विधानसभा के तिवरखेड गांव निवासी किसान रामजी कुंभारे नोटबन्दी के पहले लकुआग्रस्त हो गया। जिसकी नोटबंदी के बाद मौत हो गई। रामजी ने बेटी की पढाई के लिए लगभग डेढ़ लाख रूपये जमा करके रखा था जो उसकी मौत के बाद उसके पुत्र पुरुषोत्तम एवम् पुत्री मोनिका को गेंहू की कोठी में मिले। नोट 500 और 1000 के होने से पुत्र द्वारा तत्काल इसकी सुचना पंचायत में देकर पंचनामा बनाया गया जिसके बाद दोनों भाई बहन नागपुर RBI बैंक पहुंचे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी बैंक ने नॉट बदलने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों भाई बहन लगातार नोट बदलने का प्रयास करते रहे लेकिन सफल नही हो सके। मंगलवार जनसुनवाई में मोनिका द्वारा कलेक्टर शशांक मिस्र से भी गुहार लगाई गई लेकिन यहाँ भी निराशा ही हाथ लगी। पुरुषोत्तम ने बताया की उसकी बहन 12 वीं में पढ़ रही है अब इतनी बड़ी रकम बेकार हो गई है तो बहन को आगे कैसे पढ़ाएगा। वह मोनिका की पढाई छुड़ा रहा है। यहाँ सवाल ये उठ रहा है की पुरे प्रदेश में CM भंजियो के लिए जमाने भर की कवायदें कर रहे हैं लेकिन नोटबंदी की मर से उनकी एक भांजी शिक्षा से वंचित हो रही है जो शर्मनाक है।

Source : कमलेश आदवारे

10 + 4 =

Name: धीरज मिश्रा (संपादक)

M.No.: +91-96448-06360

Email: [email protected]